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शनिवार, 10 जुलाई 2021

माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे भजन लिरिक्स |majisa ghoomar galo to rano dhol bajave bhajan lyrics

माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे भजन लिरिक्स |majisa ghoomar galo to rano dhol bajave bhajan lyrics | bhajanprasaadam


|| हिंदी लिरिक्स || 

माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे -2 
बाईसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे -2 
ढोल बजावे ........ ओ राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे -2 

माजीसा चुंदर ओढो तो रंगरेजा आवे -2 
रंगरेजा आवे ........ ओ थाने चुंदर ओढावे ........
माजीसा चुंदर ओढो तो रंगरेजा आवे 
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 
ढोल बजावे ........ ओ राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 

माजीसा रखड़ी पेरो तो यो सोनी को आवे -2 
सोनी को आवे ........ ओ थारे जसोल आवे ........
माजीसा रखड़ी पेरो तो यो सोनी को आवे 
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 
ढोल बजावे ........ ओ  राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 

माजीसा फुलड़ा  चढ़वाण यो माली को आवे -2 
माली को आवे ........ ओ थारे जसोल आवे ........
माजीसा फुलड़ा चढावाण यो माली को आवे 
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 
ढोल बजावे ........ ओ  राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 

माजीसा दिवलो जगावण थारा सेवक आवे -2 
सेवक आवे ........ थारी जोत जगावे ........
माजीसा दिवलो जगावण थारा सेवक आवे 
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 
ढोल बजावे ........ ओ  राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 

माजीसा रामोतार फतेहपुर वालो महिमा गावे - 2 
महिमा गावे ........ संग में नरेश आवे ........
माजीसा रामोतार फतेहपुर वालो महिमा गावे 
माजीसा घूमर गालो तो  राणो ढोल बजावे 
ढोल बजावे ........ ओ राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 

माजीसा थारोसली पटवोली वालो शीश नवावे -2 
शीश नवावे ........ ओ थारे धोक लगावे ........
माजीसा थारोसली पटवोली वालो शीश नवावे 
माजीसा घूमर गालो तो राणी ढोल बजावे 
ढोल बजावे ........ ओ राणो जसोल आवे ........
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे 


शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

रमता पधारो माजीसा भजन लिरिक्स | घूमर रमता माजीसा मधुरा थे चालो | ramata padharo majisa bhajan lyrics | ghoomar ramta majisa madhura the chalo | angan padharo mara majisa

रमता पधारो माजीसा भजन लिरिक्स | घूमर रमता माजीसा मधुरा थे चालो | आँगण पधारो मारा माजीसा |ramata padharo majisa bhajan lyrics | ghoomar ramta majisa madhura the chalo | angan padharo mara majisa |bhajanprasaadam


           || हिंदी लिरिक्स || 
घूमर रमता माजीसा, मधुरा थे चालो -2 
गुम गुम रे पगले माजीसा, पायल बिछियावो राज- 2 
मधुरा थे चालो ................
मधुरा थे चालो माजीसा, हिवड़े विराजो -2 
घूमर री वेला वेगा , आवो माजीसा मारा -2 
घणा पधारो .................... 
आँग पधारो मारा माजीसा , हिवड़े विराजो -2 

भाटी कुलरा ओ बाईसा, घणा रूपाला -2 
घूमर खेलो मारा बाईसा, संग में साखलिया साथे 
हाजर उबा ओ राज , मधुरा थे चालो 
आँग पधारो मारा माजीसा , हिवड़े विराजो -2 

राठौड़ी कुल में माजीसा, आप पधारिया -2
कुलरो थे मान बढ़ायो, राठौड़ी वंश हरसायो 
खेले बन्नासा ओ राज, मधुरा थे चालो 
आँग पधारो मारा माजीसा , हिवड़े विराजो -2 

थे तो माजीसा मारा, घणा दयालु -2 
चरणे आयो री लजिया, राखो माँ मोतिया वाली 
हाजर रिजो ओ राज , मधुरा थे चालो 
आँग पधारो मारा माजीसा , हिवड़े विराजो -2 

गढ़ रे जसोल माजीसा, कइया भुलावा -2
जुग जुग चरणा आवा, शाम चलो मिल जावा 
लिखे हर्ष माली ओ राज, मधुरा थे चालो 
मधुरा थे चालो माजीसा, हिवड़े विराजो -2 
घूमर री वेला वेगा, आवो माजीसा मारा -2 
घणा पधारो .................... 
आँग पधारो मारा माजीसा , हिवड़े विराजो -2 

रविवार, 20 जून 2021

श्री भैरव चालीसा | रविवार स्पेशल श्री भैरव चालीसा | shri bhairav chalisa | sunday special shri bhairav chalisa

श्री भैरव चालीसा | रविवार स्पेशल श्री भैरव चालीसा | shri bhairav chalisa | sunday special shri bhairav chalisa | bhajanprasaadam

              

               ।। दोहा ।।
"श्री गणपति गुरु गौरीपद,  प्रेम सहित धरी माथ ।
चालीसा वंदन करौ , श्री शिव भैरवनाथ ।।

श्री भैरव संकट हरण , मंगल करण कृपाल 
श्याम वरन विकराल वपु, लोचन लाल विशाल ।"

      ।। चौपाई 
जय जय श्री काली के लाला 
जयति जयति काशी कुतवाला  

जयति बटुक भैरव भयहारी 
जयति काल भैरव बलकारी । 

जयति नाथ भैरव विख्याता 
जयति सर्व भैरव सुखदाता 

भैरव रूप कियो शिव धारण 
भव के पार उतारन कारण । 

भैरव रव सुनी हो भई दूरी 
सब विधि होय कामना पूरी 

शेष महेश आदि गुण गायो 
काशी के कोतवाल कहलायो । 

जटाजुट शिर चंद्र विराजत 
बाला मुकुट बिजायथ साजत 

कटी करधनी घुंघरू बाजत 
धर्षण करत सकल भय भाजत । 

जीवन दान दास को दीन्हो 
कीन्हो कृपा नाथ तब चिन्हो 

बसी रसना बनी सारद काली 
दीन्हो वर राख्यो मम लाली । 

धन्य धन्य भैरव भय भंजन 
जय मनरंजन खल दल भंजन 

कर त्रिशूल डमरू शुचि कोड़ा 
कृपा कटाक्ष सुयश नहीं थोड़ा । 

जो भैरव निर्भय गुन गावत 
अष्ट सिद्धि नवनिधि फल पावत । 

रूप विशाल कठिन दुःख मोचन 
क्रोध कराल लाल दुहुँ लोचन । 

अगणित भूत प्रेत संग डोलत 
बं  बं  बं  शिव बं  बं बोलत 

रुद्रकाय काली के लाला 
महाकालहुं के हो लाला । 

बटुक नाथ हो काल गंभीरा  
श्वेत रक्त अरु श्याम शरीरा 

करत तिन्हुं रूप प्रकाशा 
भक्त सुभक्तन कहं सुभ आशा । 

रत्न जड़ित कंचन सिंहासन 
व्याग्र चर्म शुची नर्म सुआनन 

तुम्ही जाई काशी जन ध्यावहि  
विश्वनाथ कहं दर्शन पावही । 

जय प्रभु संहारक सुनंद जय 
जय उनन्त हर उमानंद जय 

भीम त्रिलोचन स्वान नाथ जय 
बैजनाथ श्री जगतनाथ जय । 

महाभीम भीषण शरीर जय 
रूद्र त्रयम्बक धीर वीर जय 

अश्वनाथ जय प्रेतनाथ जय 
स्वानारुढ़ सयचंद्र नाथ जय । 

निमिष दिगम्बर चक्रनाथ जय 
गहत अनाथन नाथ हाथ जय 

त्रेशलेश भूतेश चंद्र जय 
क्रोध वत्स अमरेश नन्द जय । 

श्री वामन नकुलेश चंड जय 
क्रत्याऊ कीरति प्रचंड जय 

रूद्र बटुक क्रोधेश काल धर 
चक्र तुंड दश पानिव्याल धर । 

करी मद पान शम्भू गुणगावत 
चौंसठ योगिनी संग नचावत 

करत कृपा जन पर बहु ढंगा 
काशी कोतवाल अड़बंगा । 

देय काल भैरव जब सोटा 
नसै पाप मोटा से मोटा 

जनकर निर्मल होय शरीरा 
मिटे सकल संकट भव पीरा । 

श्री भैरव भूतो के राजा 
बाधा हरत करत सुभ काजा 

ऐलादी के दुःख निवारयो 
सदा कृपा करी काज सम्भारयो । 

सुन्दर दास सहित अनुरागा । 
श्री दुर्वासा निकट प्रयागा 

श्री भैरवजी की जय लेख्यो 
सकल कामना पूरण देख्यो । 

                        ।। दोहा 
"जय जय जय भैरव बटुक , स्वामी संकट टार 
कृपा दास पर कीजिये , शंकर के अवतार 

जो यह चालीसा पढ़े , प्रेम सहित सत  वार  
उस घर  सर्वानंद हो , वैभव बड़े अपार ।"

शुक्रवार, 18 जून 2021

पंछीडा लाल आछि पड़ियो रे उलटी पाटी भजन लिरिक्स | panchida lal achi padio re ulti paati bhajan lyrics

 पंछीडा लाल आछि पड़ियो रे उलटी पाटी भजन लिरिक्स | panchida lal achi padiyo re ulti paati bhajan lyrics | bhajanprasaadam


                :: हिंदी लिरिक्स ::

                      ।। दोहा ।।
"राम नाम भजियो नहीं, ना कीन्हो हरि सू हेत 
 अब पछतावा क्या होवे, थारो चिड़िया चुग गई खेत ।।"

                  ।। भजन ।।
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी
माया रा लोभी आछि , क्यू पड़ियो उलटी पाटी 
ईश्वर ने तू तो भूल गयो , थारे लख चौरासी काटी 
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी 

चौरस मास गरभ में जुल्यो , जुल्यो उल्टी खाटी -2 
अब तो थारो आयो बुढ़ापो-2, लीन्ही हाथ में लाठी 
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी । 

दूध बेचियो दही बेचियो , बेची छाछ खाटी -2
माया जोड़ खाड़े में धर दी -2 ,  ऊपर लगा दी टांकी 
पंछीड़ा लाल आछि , पड़ियो रे उलटी पाटी ।

जीव जंतु ने खाय खाय ने, बदन बणायो माटी -2 
अपने स्वा रथी कारणे -2 लाखों  री गरदन काटी 
पंछीड़ा लाल आछि , पड़ियो रे उलटी पाटी ।

आया गया मेहमानो ने , गाले चूरमो बाटी -2 
भूखा प्यासा साधु आवे-2 , गाले राबड़ी खाटी 
पंछीड़ा लाल आछि , पड़ियो रे उलटी पाटी । 

कहत कबीर सुणो भाई साधो, मत करो करणी माटी -2
एक दिन थाने जाणो पड़सी -2 , यमराज री घाटी 
पंछीड़ा लाल आछि , पड़ियो रे उलटी पाटी 
माया रा लोभी आछि , क्यू पड़ियो उलटी पाटी 
ईश्वर ने तू तो भूल गयो , थारे लख चौरासी काटी 
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी 

सोमवार, 14 जून 2021

हस हस मीठो जग में बोलणो रे भजन लिरिक्स | has has mitho jag me bolano re bhajan lyrics

हस हस मीठो जग में बोलणो रे भजन लिरिक्स | has has mitho jag me bolano re bhajan lyrics | bhajanprasaadam

                     

                     ।। दोहा ।।
पल दो पल की जिंदगी , मर मत कर भी गुमान । 
ओसी उमर रो जीवणो , नर कर ले सुकरत काम ।। 
                        
          ।। भजन ।।
हस हस मिठो जग में बोलणो रे 
हंसला फेर मिलोला नाय  

नदी रे किनारे एक रुकड़ो जी 
जद कदी होना विलाप 
पेला जड़ सी पालना जी -2 
पचे, जड़ा से मूल से जाय 
मिठो मिठो जग में बोलणो रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

पान जडता बोलिया जी 
सूरत वाली रा बाण 
अबका बिछड्या ना मिला जी -2 
पचे, बूर पड़ेला जाय 
मिठो जग में बोलणो रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

पान जडता देखिने जी 
हस गई कूपलियाँ 
मोईती बीजा थोरे बीक सी -2 
थोड़ी, धीरे बाग़ पड़ी जाय 
मिठो जग में बोलणो रे 
फेर मिलोला नाय 

हंस आया हंसो रे खेत में जी 
मूरख मारन जाय 
हटजा मूरख पावना रे -2 
पचे, हंस पर धन नहीं खाय 
मिठो जग में बोलनों रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

हंस आया हंसो रे पावणा जी 
घणी रे करू मनवार 
लाला करू रे बिछावना जी -2 
मोतीड़ा री करू मनवार 
मिठो जग में बोलनों रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

रत्न तनाई जल भरियो जी 
हंस राजा पीवण आय 
प्रीत पुरानी कारणे जी -2 
चुग चुग कंकर खाय 
मिठो जग में बोलनों रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

चौपड़ ढाली ओ चोवटे जी 
खेले कोई संत सुजान 
कोई एक बाजी जीत गया जी -2 
कोई कोई गया रे हार 
मिठो जग में बोलनों रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

यमुना से गंगा बड़ी जी  
तीरथ बड़ो है केदार 
देव डूंगरपुरी बोलिया जी -2 
हंस अकेलो जाय 
मिठो जग में बोलनों रे 
हंसला, फेर मिलोला नाय 

शनिवार, 12 जून 2021

ठुमक ठुमक कर चाले भवानी लिरिक्स thumak thumak kar chale bhawani lyrics

ठुमक ठुमक कर चाले भवानी लिरिक्स thumak thumak kar chale bhawani lyrics bhajanprasaadam


       ।। हिंदी लिरिक्स ।।

ठुमक ठुमक कर चालें भवानी,ले हाथो तलवार
भवानी मारी जगदम्बा 
भगता रे हलकारे , वेगा आवाजों रे माँ 

घेर घुमारो पेरो घाघरो, ओढ़न दिखणी रो चीर
भवानी मारी जगदम्बा 
रेशम री पेरो रे मैया कांचली रे माँ 
ठुमक ठुमक कर चले भवानी................

कुलचे कोकण पेर भवानी,गले नवलखो हार
भवानी मारी जगदम्बा 
हाथो में बाजूबंद मैया पेरियो रे माँ 
ठुमक ठुमक कर चाले भवानी.....................

रिमझिम करता आवो चामुंडा,झांजर री झंकार 
भवानी मारी चामुंडा 
दुर्बल रे हलकारे माता आवाजों रे माँ 
ठुमक ठुमक कर चले भवानी.....................

पगा में पायल पैर भवानी,बिजिया री झंकार
भवानी मारी जगदम्बा 
झांझर रे झनकारे वेगा आवाजों रे  माँ 
ठुमक ठुमक कर चाले भवानी ......................

मेवा मिठाई रा भोग लगावा, लुम्बडिया नारेल
भवानी मारी जगदम्बा 
धूपों रे महकारे वेगा आवाजो रे माँ 
ठुमक  ठुमक कर चाले भवानी.....................

थारी माता करू चाकरी,
जनम जनम रे माय, भवानी मारी जगदम्बा 
आरतियों री वेला वेगा आवाजो रे माँ 
ठुमक ठुमक कर चाले भवानी .....................

हाथ जोड़ के अरज करू माँ , मैं चरणों रो दास 
भवानी मारी जगदम्बा 
भगतो री अरदास भवानी साम्भलो रे माँ 
ठुमक ठुमक कर चाले भवानी .....................

मंगलवार, 8 जून 2021

सुनलो रे संसारी लोगो एड़ो जमानो आवेला लिरिक्स | सुणजो रे संसारी लोगो sunlo re sansari logo edo jamano avela lyrics | sunjo re sansari logo

सुनलो रे संसारी लोगो एड़ो जमानो आवेला लिरिक्स | सुणजो रे संसारी लोगो sunlo re sansari logo edo jamano avela lyrics | sunjo re sansari logo |  bhajanprasaadam


                 :: हिंदी लिरिक्स ::

                    ।। दोहा ।। 
"कुण किसी को देत है, करम देत झकझोर ।
उलझे सुलझे आप ही, धजा पवन के जोर" ।।

                      ।। भजन ।।
सुणजो रे संसारी लोगो, एड़ो जमानो आवेला 
राजा रामजी कहे मेरे बन्दव, धर्म कर्म मिट जावेला 

एक सेर रो धान बिकेला, पानी टांक तुलेला -2 
भूमि बीज उपज नहीं देसी, इन्दर ना बरसावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो.......................... 

मानकों बढ़ जासी ज्यादा, धान हाथ नहीं आवेला -2 
एक रोटी रे कारण लड़कर, अपनों प्राण गवावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

दान पुण्य में ध्यान न धरसी, पाप गणो बढ़ जावेला -2 
देवो ने पूजे नहीं पापी, ईश्वर ने नहीं ध्यावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

पंडित ने पूछे नहीं कोई, गुरखा वेद सुनावेला -2 
चेलकिया गादी पर बैठा, गुरु ने ज्ञान सुनावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

राजा खुद तो राज तजसि, जागीरी सब जावेला -2  
पूंजीपति तो एक पलक में निरधनियाँ हो जावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

भाई ने भाई नहीं जाने, एक नार नहीं रेवेला -2 
थारी मारी करता करता, यु लड़ता मर जावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

सासरियो रे सिरों लापसी, उजली खीर रंदावेला -2 
काका बाबा और मात पिता ने, गाली दें भगावेला -2  
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

बेटो बाप रो कयो नहीं माने, अकड़ तनो अकड़ावेला -2 
बुढ़िया में अकल नहीं है, पागल के बतलावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो ..........................

नेम धर्म सगळो तज देसी, सब दिन पैसा कमावेला-2 
ईश्वर ने ईश्वर नहीं जाने, आप बह्रम  बन जावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

टाबर ने रोटी नहीं मिलसी, सब दिन शोर मचावेला-2 
भूका मिरता फिरे भटकता, धान हाथ नहीं आवेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

महामारी और हैजो बड़सी, हाहाकार मचावेला -2 
काली माता चक्र चलावे, भेरू डमरू बजावेला -2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

छत्रपति ए खेती करसी, करसा आसान लेवेला-2 
ठाकर कँवर भोमिया भाई, बडिया बनकर जावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

भाई ने भाई नहीं जाणे, दुश्मन ज्यू ए  देखेला-2 
सासरिया रा कोड घनेरा, करता ही नहीं थाकेला-2 
सुणजो रे ससांरी लोगो .........................

समंदा पार विदेशी एतो, आपस में लड़ जावेला-2 
धुआधार और घोर मचेला, लाखो ही मर जावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

स्त्रिया घेणो तेज देसी, दो दो चूड़ी पेरेला-2 
सुहाग भाग सब छोड़ ए बेहना, बालो ने सुलजावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

सासुजी ए रसोई करसी, नणदल थाल परोसेला-2 
ढोलिया बेठोडी बनड़ी, आँख्या सु डरावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

जेठजी बलितो लासी, देवर पाणी लावेला-2 
ससुरोजी ए कपड़ा सुखासी, बनड़ो पांव दबावेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

जात पात री रीत न रेसी, एक जात बन जावेला-2 
छोटा मोटा साथ जिमेला, ऊंच नींच नहीं जाणेला-2 
सुणजो रे संसारी लोगो .........................

सुणजो रे संसारी लोगो, एडो जमानो आवेला-2 
राजारामजी कहे मेरे बांदव, धरम करम हठ जावेला-2 

गुरुवार, 3 जून 2021

चौसठ जोगणी रे देवलिये रमजाय लिरिक्स chosath jogani re devaliye ramjay lyrics

चौसठ जोगणी रे  देवलिये रमजाय लिरिक्स chosath jogani re devaliye ramjay lyrics bhajanprasaadam


              ::हिंदी लिरिक्स ::

                ।। दोहा ।।
"सिंह चढ़े  देवी मिले और गरुड़ चढे  भगवान ।
बैल चढ़े शंकर मिले  तो पूरण हो जद काम ।।

देवो में देवी बड़ी, बड़ी जगदम्बा माय। 
लज्जा मोरी राखिये, कीजो म्हारी सहाय ।।
 
कीजो म्हारी सहाय, शरण में आया तेरी। 
जगदम्बे महारानी माँ, लाज रख दीजो म्हारी ।। "


                       ::भजन::

देवलिये रमजाय भवानी, आँगणिये रमजाय -२ 
चौसठ जोगणी रे देवी रे, देवलिये रमजाय 
घूमर घालणी रे देवी रे, देवलिये रमजाय 

हंस सवारी कर जगदम्बा, ब्रह्मा रूप बणायो -२ 
ब्रह्मा रो रूप बणायो हे भवानी, ब्रह्मा रो रूप बणायो -२ 
चार वेद मुख विराजे-२, चारो रो जस गायो 
चौसठ जोगणी रे ,,,,,,,,,,,,,,,,,

गरुड़ सवारी कर जगदम्बा, विष्णु रो रूप बणायो-२ 
विष्णु रो रूप बणायो हे भवानी, विष्णु रो रूप बणायो -२ 
शंक चक्र और गदा विराजे-२, मधुवन बीन बजायो 
चौसठ जोगणी रे ,,,,,,,,,,,,

बैल सवारी कर जगदम्बा, शिवजी रो रूप बणायो -२ 
शिवजी रो रूप बणायो हे भवानी, शिवजी रो रूप बणायो -२ 
जटा मुकुट में गंगा विराजे, शेष नाग लिपटायो 
चौसठ जोगणी रे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

सिंह सवारी कर जगदम्बा, शक्ति रो रूप बणायो-२ 
शक्ति रो रूप बनायो हे भवानी, शक्ति रो रूप बणायो -२ 
सियाराम थोरी करे  स्तितु-२, भगत मंडल जस गायो 
चौसठ जोगणी रे देवी रे, देवलिये रमजाय 
घूमर घालणी रे देवी रे, देवलिये रमजाय 

संतोषी माता की चालीसा शुक्रवार स्पेशल संतोषी माँ चालीसा santoshi mata ki chalisa shukravar special santoshi maa chalisa

संतोषी माता की चालीसा शुक्रवार स्पेशल संतोषी माँ चालीसा santoshi mata ki chalisa shukravar special santoshi maa chalisa bhajanprasaadam





                  ।। दोहा ।।
"बन्दौं संतोषी चरण, रिद्दी सिद्दी दातार 
ध्यान धरत ही होत नर, दुःख सागर से पार ।।

भक्तन को संतोष दे, संतोषी तव नाम 
कृपा करहु जगदम्ब अब, आया तेरे धाम ।।"

                 ।। चौपाई ।।
जय संतोषी मात अनुपम। 
शांति दायनी रूप मनोरम ।। (1) 

सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा 
वेश मनोहर ललित अनूपा ।। (2)

श्वेताम्बर रूप मनहारी ।
माँ तुम्हारी छवि जग से न्यारी । (3)

दिव्या स्वरूपा आयात लोचन 
दर्शन से हो संकट मोचन । (4)

जय गणेश की सुता भवानी 
रिद्धि सिद्धि की पुत्री ज्ञानी । (5) 

अगम अगोचर तुम्हरी माया 
सब पर करो कृपा की छाया । (6) 

नाम अनेक तुम्हारे माता 
अखिल विश्व है तुमको ध्याता । (7)

तुमने रूप अनेको धारे 
को कहि सके चरित्र तुम्हारे । (8)

धाम अनेक कहा तक कहिये 
सुमिरन तब करके सुख लहिये । (9)

विन्ध्याचल में विंध्यवासिनी 
कोटेश्वर सरस्वती सुहासिनी । (10)

कलकत्ते में तू ही काली 
दुष्ट नाशिनी महाकराली । (11)

सम्बल पुर बहुचरा कहाती 
भक्तजनों का दुःख मिटाती । (12)

ज्वालाजी में ज्वाला देवी 
पूजत नित्य भक्त जन सेवी । (13)

नगर बम्बई की महारानी 
महा लक्ष्मी तुम कल्याणी । (14)

मदुरै में मीनाक्षी तुम हो 
सुख दुःख सबकी साक्षी तुम हो । (15)

राजनगर में तुम जगदम्बे 
बनी भद्रकाली तुम अम्बे । (16)

पावागढ़ में दुर्गा माता 
अखिल विश्व तेरा यश गाता । (17)

काशी पुराधीश्वरी माता 
अन्नपूर्णा नाम सुहाता । (18)

सर्वानंद करो कल्याणी 
तुम्हीं शारदा अमृतवाणी । (19)

तुम्हरी महिमा जल में थल में 
दुःख दारिद्र सब मेटो पल में । (20)

जेते ऋषि और मुनीशा 
नारद देव और देवेशा । (21)

इस जगत के नर और नारी 
ध्यान धरत है मात तुम्हारी । (22)

जापर कृपा तुम्हारी होती 
वह पाता भक्ति का मोती । (23)

दुःख दारिद्र संकट मिट जाता 
ध्यान तुम्हारा जो जन ध्याता । (24)

जो जन तुम्हरी महिमा गावै 
ध्यान तुम्हारा कर सुख पावै । (25)

जो मन राखे शुद्ध भावना 
ताकी पूरण करो कामना । (26)

कुमति निवारि सुमति की दात्री 
जयति जयति माता जगधात्री । (27)

शुक्रवार का दिवस सुहावन 
जो व्रत करे तुम्हारा पावन । (28)

गुड़ छोले का भोग लगावै 
कथा तुम्हारी सुने सुनावै । (29)

विधिवत पूजा करे तुम्हारी 
फिर प्रसाद पावे शुभकारी । (30)

शक्ति-सामरथ हो जो धन को 
दान-दक्षिणा दे विप्रन को । (31)

वे जगती के नर और नारी 
मनवांछित फल पावें भारी । (32)

जो जन शरण तुम्हारी जावे 
सो निश्चय भव से तर जावे । (33)

तुम्हरो ध्यान कुमारी ध्यावे 
निश्चय मनवांछित वर पावै । (34)

सधवा पूजा करे तुम्हारी 
अमर सुहागिन हो वह नारी । (35)

विधवा धर के ध्यान तुम्हारा 
भवसागर से उतरे पारा । (36)

जयति जयति जय संकट हरणी 
विघ्न विनाशक मंगल करनी । (37)

हम पर संकट है अति भारी 
वेगि खबर लो मात हमारी । (38)

निशिदिन ध्यान तुम्हारो ध्याता 
देह भक्ति वर हमको माता । (39)

यह चालीसा जो नित गावे । 
सो भवसागर से तर जावे । (40)

                   ।। दोहा 
"संतोषी माँ के सदा बंद हूँ  पग निश वास 
पूर्ण मनोरथ हो सकल मात हरौ भव त्रास ।"

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सोमवार, 31 मई 2021

जय गणेश जय गणेश देवा गणेश आरती लिरिक्स jai ganesh jai ganesh deva ganesh aarti lyrics

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:: श्री गणेशजी की आरती हिंदी लिरिक्स  ::

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा 

एकदन्त दयावन्त चारभुजा धारी 
माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी 

पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा 
लड्डुवन का भोग लगे, संत करे सेवा 

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा 

अंधे को आँख देत कोढ़िन को काया 
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया 

सूर श्याम शरण आय सफल कीजे सेवा 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा 

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा 

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा 

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा 
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा